यूपी के कानपुर (Kanpur) में एक रेलवे कर्मचारी ने ट्रेन के आगे पटरियों पर कूदकर अपनी जान (suicide on track)दे दी। वह रेलवे में ट्रैकमैन के पद पर तैनात था। हादसे का नजारा देखने वालों ने बताया कि ट्रेन के नीचे आधा शरीर कटने के बाद भी कर्मचारी बिल्कुल शांत लेटा है। ऐसा लग रहा था मानो वह पटरियों पर चुपचाप लेटा है। आवाज तक नहीं निकाली। बस आंखों से आंसू निकल रहे थे। 10 मिनट बाद धीरे-धीरे उसकी आंखें बंद हो गईं।
वहीं इस सुसाइड के पीछे की वजह भी हैरान करने वाली है। मौके पर मौजूद कुछ लोग ट्रैकमैन से सुसाइड(suicide on track) करने की वजह के बारे में पूछने लगे। जिसके बाद अधकटी हालत में कर्मचारी बताया कि उसे छुट्टी नहीं दी गई। उसे अपने साले की शादी में जाना था। कानपुर के पनकी स्टेशन पर सुसाइड की इस घटना की सूचना पर पहुंचे GRP सिपाहियों ने ट्रैकमैन के शव को कब्जे में ले लिया।
घटना की जानकारी उसके परिवार को दी गई। पति की मौत की जानकारी मिलते ही उसकी पत्नी बेहोश हो गई। घटना के बाद घर में कोहराम मच गया। परिजनों ने बताया कि रमेश के साले का मंगलवार को तिलक समारोह था। शादी 19 फरवरी को है। तिलक समारोह में जाने के लिए रमेश ने अपने इंचार्ज PWI चित्रेश कुमार तिवारी से छुट्टी मांगी थी। छुट्टी न मिलने की वजह से वह परेशान था। इसी परेशानी में सोमवार को रमेश ने पनकी स्टेशन पर ट्रेन के सामने कूद कर जान दे दी।
जानकारी पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी है। घटना के बाद नाराज रेलवे कर्मचारी अनिश्तिकालीन धरने पर बैठ गए हैं। कर्मचारी सीके तिवारी और अजय तिवारी को हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं कानपुर, आगरा और झांसी मंडल के रेलवे कर्मचारियों ने प्रदर्शन को समर्थन दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक दोनों अधिकारियों को यहां से नहीं हटाया जाएगा वे कार्य बहिष्कार जारी रखेंगे।